10 Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi: इलेक्ट्रिक वाहनों के 10 नुकसान

10 Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi: इलेक्ट्रिक वाहनों के 10 नुकसान-

Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi: भारत समेत पूरी दुनिया में बढ़ते प्रदुषण को घटाने के उद्देश्य से सरकार Electric Vehicle को बढ़ावा दे रही हैं। इसके लिए, सरकार Electric Vehicle पर तरह-तरह की सब्सिडी और टैक्स में छूट दे रहीं हैं।

वहीं, Electric Vehicle में लगातार हो रहे अपडेट और अपग्रेड के चलते अब EV लोगों के दिलों-दिमाग में छा रही हैं। ऐसे में आप जैसे कई लोग EV खरीदने का सोच रहे हैं।

हालांकि, जैसे हर चीज के Advantages और Disadvantages ये दो साइड होते हैं, ठीक उसी तरह Electric Vehicles के Advantages के साथ-साथ कुछ Disadvantages भी हैं। आज के इस लेख आप के Electric Vehicles Ke Nuksaan के बारे में जानेंगे।

तो आइये आजके मुख्य आर्टिकल की ओर और जानते हैं ‘इलेक्ट्रिक वाहनों के नुकसान (Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi)’ के बारे में:

इलेक्ट्रिक वाहनों के नुकसान (Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi)

1. सीमित ड्राइविंग रेंज (Limited Driving Range)-

Electric Vehicles Ke Disadvantages में मुख्य नुकसान EV की Limited Driving Range है, Specially older models के लिए। वहीं, Electric Vehicles की Range में काफ़ी सुधार देखा जा सकता है।

हालांकि, कई old models में अभी-भी कम Range ही हैं। वहीं, ये उन वाहन चालकों के लिए थोड़ा चिंता का विषय हो सकता है, जिसे long distances की travel करने की जरूरत होती है। क्योकि भारत में, आज भी शहरी क्षेत्रों में Limited जगहों पर Charging Station उपलब्ध हो।

2. हाय अप-फ्रंट लागत (Higher Up-front Cost)

Electric Vehicles Disadvantages In Hindi: Electric Vehicles का एक नुकसान ये भी है कि पेट्रोल या डीज़ल पर चलने वाले Vehicles  की तुलना में EV की Up-front Cost ये अधिक होती है।

जबकि, Electric Vehicles काफ़ी लंबे समय तक operate और maintain के लिए कुछ हद तक सस्ता हो सकते हैं, और Electric Vehicle की Initial Purchase Price ये कुछ consumers के लिए बाधा का विषय बन सकती हैं।

3. तापमान से बैटरी का प्रदर्शन प्रभावित (Battery Performance Affected by Temperatures)

Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi: ज़्यादा तापमान से Electric Vehicles के Battery का Performance ये negatively प्रभावित हो सकती है। जबकि, काफ़ी गर्म और काफ़ी ठंडी इन दोनों conditions में battery life और driving range कम हो सकती है।

वहीं, ये उन वाहन चालकों के लिए अधिक चिंता का विषय बन सकता है, जो अधिक जलवायु वाले क्षेत्रो में रहते हैं।

4. सीमित कार्गो स्थान (Limited Cargo Space – Electric Vehicles Disadvantages In Hindi)

Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi: कुछ EV में, Battery Placement के परिणामस्वरूप Limited Cargo Space होता है, जिस वजह से वे उन वाहन चालकों के लिए कम practical हो सकता हैं जिसे बड़ी वस्तुओं या सामान को किसी दूसरी जगह पर ले जाने की ज़रूरत पड़ती है।

5. सीमित चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध (Limited Charging Stations)

Limited Charging Stations ये भी EV के नुक्सान का उहादरण है। जबकि, भारत के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में Charging Stations की संख्या दिन प्रति दिन तेज़ी से बढ़ती जा रही है।

हालांकि, भारत के कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां आज अभी charging infrastructure की पहुंच काफी सीमित है। यहीं, वजह हैं कि EV में long distance travel करना ज्यादा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।

6. शोर की कमी से सुरक्षा का विषय (Lack of Sound Can Be Safety Concern)

Electric Vehicles का काफ़ी शांत operate होना ये दूसरों की सुरक्षा के लिहाज से हानिकारक साबित हो सकता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि साइकिल चालकों या पैदल चलने वालों को Vehicles की उपस्थिति के बारे में की जानकारी ये Vehicles के शोर से पता चलता हैं।

पर Electric Vehicles का कोई शोर नहीं होता है, जिस वजह से साइकिल चालकों या पैदल चलने वालों की सुरक्षा का विषय बनता है।

हालाँकि, इस कमी को दूर करने के लिए कंपनिया Electric Vehicles में artificial Sound को शामिल किया जा रहा हैं, जिससे आस-पास के लोगों को Electric Vehicles की उपस्थिति के बारे में Alert किया जा सकें।

7. बैटरी का निपटान या पुनर्चक्रण (Battery Disposal Or Recycling Issue)

Electric Vehicles Batteries का Disposal और Recycling ये पर्यावरणीय चिंता का विषय बन सकता है। ऐसा इसीलिए, क्योंकि प्रक्रिया resource-intensive process हो सकती हैं।

वहीं, यदि इसका सही से Management न किया जाए तो Battery Disposal और Recycling करना हमारे पर्यावरण के लिए कुछ हद तक हानिकारक साबित हो सकता है ।

8. अधिक चार्जिंग समय लगता है (Long Charging Time)

Electric Vehicles Ke Disadvantages में EV के Battery को Charge करने के लिए लगने वाला समय भी Disadvantages हो सकती है।

जैसे कि आमतौर पर पेट्रोल या डीज़ल पर चलने वाले Vehicles में पेट्रोल या डीज़ल भरने को काफ़ी कम समय लगता हैं जबकि, Electric Vehicles को Full Charge करने में लगभग 2 से अधिक घंटों का समय लग सकता हैं।

Electric Vehicles Battery Charging में लगने वाला अधिक समय ये उन वाहन चालकों के लिए काफी inconvenient हो सकता है जिसे अपने EV को बार-बार Recharge करने की ज़रूरत पड़ती है।

10. सीमित खींचने की क्षमता (Limited Towing Capacity)

पेट्रोल या डीजल पर दौड़ने वाली Vehicles की तुलना में Electric Vehicles खींचने की क्षमता (Limited Towing Capacity) ये कुछ हद तक कम हो सकती है।

इस वजह से EV भारी भार उठाने की लिए पेट्रोल और डीजल वाहनों से मार खातें दिख रही है। (Disadvantages Of Electric Vehicles In Hindi)

उम्मीद करता हुं की उपरोक्त दी गई जानकारी आपके या आपके किसी जाननेवालो के काम आयेगी|

हम आपके विचारों का और सुझावों का हमेशा स्वागत करते हैं।

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जल्द ही फिर मिलते हैं एक और रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी के साथ!

तब तक के लिए मुस्कुराते रहिए और खुश रहें|

| जय हिंद |

| वंदे मातरम ।

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